20. उसकी निगाह यह काम
*आधे-अधूरे मिसरे-20*
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*उसकी निगाह यह काम*
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उसकी निगाह यह काम कर गई।
बैठे बिठाए देखिए कोहराम कर गई।
जिस बात को हमने दबे अल्फ़ाज़ में कहा,
उस बात का चर्चा भी सरे आम कर गई।
मासूम दिल की जब के कोई ख़ता नहीं,
नाहक दिल-ए-नादान को बदनाम कर गई
फ़राज़ (क़लमदराज़)
S.N.Siddiqui
@seen_9807
@आलिया खान लेखनी से
Shashank मणि Yadava 'सनम'
08-Sep-2023 06:37 AM
बेहतरीन
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Gunjan Kamal
28-Jul-2023 07:21 AM
👏👌
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Milind salve
25-Jul-2023 04:14 AM
Nice 👌
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